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भारत में माइक्रोफाइनेंस संस्थायें

भारत में माइक्रोफाइनेंस संस्थायें 1. परिचय - माइक्रोफाइनेंस कंपनियां कम आय वाले ग्राहकों को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराती है ताकि वे स्व-रोजगार के कार्यों को कर सकें। ये संस्थाएं घरेलु क्षेत्रों से छोटी-छोटी बचतों को जमा करके बड़े निवेश कर्ताओं को भी ऋण की आपूर्ति करतीं हैं । जिससे देश में बचत क्रियाओं को बढ़ावा मिलता है और देश में निवेश का माहौल पैदा होता है । - माइक्रोफाइनेंस क्षेत्र की पिछले कुछ दशकों में तेज़ी से वृद्धि हुई है। नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस को 1976 में ग्रामीण बैंक, बांग्लादेश की स्थापना के साथ आधुनिक एमएफआई की नींव रखने का श्रेय जाता है। आज यह एक जीवंत उद्योग के रूप में विकसित हुआ है जो व्यापार प्रतिमानों के कई रूपों को दर्शाता है । भारत में माइक्रोफाइनेंस संस्थाएं (एमएफआई) गैर सरकारी संगठनों (समाज या ट्रस्टों के रूप में पंजीकृत), धारा 25 कंपनियों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के रूप में मौजूद हैं। वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी), सहकारी समितियाँ और अन्य बड़े ऋणदाता एमएफआई के लिए पुनर्वित्त सुविधा प्रदान करने म

सभी अनुच्छेद 238 से 300 और भाग VII से भाग XII , एक नजर में

सभी अनुच्छेद, एक नजर में भाग VII : पहली अनुसूची के भाग ख के राज्‍य अनुच्‍छेद विवरण 238 [निरसन]   भाग VIII: संघ राज्‍य क्षेत्र अनुच्‍छेद विवरण 239 संघ राज्‍यक्षेत्रों का प्रशासन 239क कुछ संघ राज्‍य क्षेत्रों के लिए स्‍थानीय विधान मंडलों या मं‍त्रि-परिषदों का या दोनों का सृजन 239क दिल्‍ली के संबंध में विशेष उपबंध 239कक सांविधानिक तंत्र के विफल हो जाने की दशा में उपबंध 239कख विधान मंडल के विश्रांतिकाल में अध्‍यादेश प्रख्‍यापित करने की प्रशासक की शक्ति 240 कुछ संघ राज्‍य क्षेत्रों के लिए विनियम बनाने की राष्‍ट्रपति की शक्ति 241 संघ राज्‍य क्षेत्रों के लिए उच्‍च न्‍यायालय 242 [निरसन]   भाग IX : पंचायत अनुच्‍छेद विवरण 243 परिभाषाएं 243क ग्राम सभा 243ख पंचायतों का गठन 243ग पंचायतों की संरचना 243घ स्‍थानों का आरक्षण 243ड पंचायतों की अवधि, आदि 243च सदस्‍यता के लिए निरर्हताएं 243छ पंचायतों की शक्तियां, प्राधिकार और उत्तरदायित्‍व 243ज पंचायतों द्वारा कर अधिरोपित करने की शक्तियां और उनकी निधियां 243-झ वित्तीय स्थिति के पुनर्विलोकन के लिए वित्त आयोग का गठन 243ञ पंचायतो

सभी अनुच्छेद, 52 से 151 और भाग IV एक नजर में

सभी अनुच्छेद, एक नजर में भाग V:  संघ अध्‍याय I. कार्यपालिका राष्‍ट्रपति और उपराष्‍ट्रपति अनुच्‍छेद   विवरण 52 भारत के राष्‍ट्रपति 53 संघ की कार्यपालिका शक्ति 54 राष्‍टप्रति का निर्वाचन 55 राष्‍ट्रपति के निर्वाचन की रीति 56 राष्‍ट्रपति की पदावधि 57 पुनर्निर्वाचन के लिए पात्रता 58 राष्‍ट्रपति निर्वाचित होने के लिए अर्हताए ं 59 राष्‍टप्रति के पद के लिए शर्तें 60 राष्‍ट्रपति द्वारा शपथ या प्रतिज्ञान 61 राष्‍ट्रपति पर महाभियोग चलाने की प्रकिया 62 राष्‍ट्रपति के पद में रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचन करने का समय और आकस्मिक रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचित व्‍यक्ति की पदावधि 63 भारत का उप राष्‍ट्रपति 64 उप राष्‍ट्रपति का राज्‍य सभा का पदेन सभापति होना 65 राष्‍ट्रपति के पद में आकस्मिक रिक्ति के दौरान या उसकी अनुपस्थिति में उप राष्‍टप्रति का राष्‍ट्रपति के रूप में कार्य करना या उसके कृत्‍यों का निर्वहन 66 उप राष्‍ट्रपति का निर्वाचन 67 उप राष्‍ट्रपति की पदावधि 68 उप राष्‍ट्रपति के पद में रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचन करने का समय और आकस्मिक रिक्ति को भरने के लिए निर्वाचित व्‍य