जनपद और महाजनपद

जनपद और महाजनपद

जनपद वैदिक भारत के प्रमुख राज्य थे | 6ठी सदी BC तक लगभग 22 विभिन्न जनपद थे |

जनपद और महाजनपद से जुड़े प्रमुख बिन्दु निम्न हैं :

1. जनपद वैदिक भारत के प्रमुख राज्य थे |
2. आर्यन सबसे प्रभावशाली जाति थी और ये अपने आप को ‘जन’ कहते थे  |
3.  इसने एक नई परिभाषा दी ‘जनपद’ जिसमे जन का मतलब ‘लोग’ और पद का मतलब ‘चरण’ था |
4. उत्तर प्रदेश और बिहार के भागों में लोहे के विकास के साथ, जनपद ओर ज़्यादा ताकतवर हो गए और महा जनपद में तब्दील हो गए |
5.  छठी सदी BCE में, महाजनपद या महान देश के विकास में वृद्धि हुई |
6. 600 BC से 325 BC के दौरान  भारत के उपमहाद्वीपों में इस तरह के 16 महाजनपद थे |
7. राज्य दो प्रकार के थे : एकतांत्रिक और गणतांत्रिक | मल्ला, वज्जि, कम्बोज और कुरु गणतांत्रिक राज्य थे जबकि मगध, कोशल, वत्स, अवन्ती, अंग, काशी, गांधार, शूरसेना, चेदि  और मत्स्य स्वभाव से एकतांत्रिक थे |

600 BC से  325 BC  के दौरान 16 महाजनपद थे जिनका उल्लेख आरंभिक बौद्ध साहित्य (अंगुत्तरा, निकाया, महावस्तु ) और जैन साहित्य (भगवती सुत्त )में किया गया है, वे 16 महाजनपद निम्न थे :

 

क्रम संख्या महाजनपद का नाम राजधानी स्थान
1.                अंग.                 चंपा       
                  बिहार    में मुंगेर और भागलपुर के आधुनिक जिलों को शामिल करना
2.              मगध     पहले राजगृह, बाद में पाटलीपुत्रपटना और गया के आधुनिक जिलों और शाहबाद के कुछ हिस्सों को समाविष्ट किया
3.            मल्ला.   कुशिनारा  और पावा में राजधानी होनादेवरिया, बस्ती, गोरखपुर, और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सिद्धार्थनगर के आधुनिक जिलों को समाविष्ट किया
4.         वज्जि.      वैशाली.
बिहार में गंगा नदी के उत्तर में स्थित था
5.           कोशल    श्रावस्ति. 
  वर्तमान के फ़रीदाबाद, गोंडा, पूर्वी उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले को समाविष्ट किया
6.            काशी.   वाराणसी.
वाराणसी (आधुनिक बनारस ) के आसपास के क्षेत्रों में  स्थित था
7.            चेदि.    शुक्तिमति 
वर्तमान के बुंदेलखंड प्रांत को समाविष्ट किया
8.            कुरु.     इंद्रप्रस्थ. 
आधुनिक हरियाणा और दिल्ली को समाविष्ट किया
9.           वत्स.  कौशांभी
आधुनिक  ज़िले इलाहाबाद और मिर्ज़ापुर को समाविष्ट किया
10.         पांचाल.  अहिछात्र (उत्तर पांचाल) और कंपिल्या (दक्षिण पांचाल)वर्तमान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों से यमुना नदी के पूर्व से कोशल जनपद तक को समाविष्ट किया
11.          मत्स्य.  विराटनगर
राजस्थान में अलवर, भरतपुर और जयपुर के क्षेत्रों को समाविष्ट किया
12.          शूरसेना.  मथुरा.
मथुरा के आसपास के क्षेत्रों को समाविष्ट किया
13.          अवन्ती.   उज्जयिनी और महिष्मतीपश्चिमी भारत को समाविष्ट किया
14.        आष्मक.   पोटाना.
भारत के दक्षिणी हिस्से में नर्मदा और गोदावरी  नदियों के बीच स्थित था
15.           कम्बोज. आधुनिक कश्मीर के राजपुरा में राजधानीहिंदकुश (पाकिस्तान का आधुनिक हाज़रा ज़िला ) को समाविष्ट किया
16.              गांधार.    तक्षिला.
पाकिस्तान के पश्चिमी भाग और पूर्वी अफ़्गानिस्तान को समाविष्ट किया

 

निष्कर्ष:

इन सभी में मगध, वत्स, अवन्ती और कोशल सबसे विशिष्ट थे | इन चारों में से मगध सबसे शक्तिशाली राज्य की तरह उभरा | मगध की जीत के कारण निम्न थे :

1) अच्छे लोहे की भारी उपलब्धता जिसका इस्तेमाल हथियार बनाने के लिए किया जाता था |

2) इसके स्थान का अच्छे और उपजाऊ गंगा के मैदान में होना |

 

3) हाथियों का सैन्य युद्ध में पड़ोसी देशों के खिलाफ इस्तेमाल करना |

Comments

Popular posts from this blog

महाराष्ट्रातील काही प्रमुख डोंगर व टेकडया

महाराष्ट्रातील तलाव व सरोवरे

महाराष्ट्राची प्राकृतिक रचना व महाराष्ट्रातील पठारांची निर्मिती